मां अन्नपूर्णा कामाख्या शक्तिपीठ ,सेमलिया , रतलाम मध्य प्रदेश।
परम पूज्य गुरुदेव महाराज, श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री मधुसुदनानंद जी महाराज , 52 शक्तिपीठों में से एक प्रख्यात कामख्या शक्तिपीठ धाम असम से सिद्ध पुरुष, सन्यासी संत हैं। वे बाल्य काल से ही स्वामी विवेकानंद जी, महर्षि दयानंद सरस्वती, जैसे विख्यात महापुरुषों से प्रभावी है। गुरुदेव महाराज ने इन्हीं महापुरुषों की प्रेरणा को जीवन में आजीवन धारण करने का संकल्प लेकर सनातन धर्म को समर्पित होते हुए , यात्रा प्रारंभ की।
गुरुदेव महाराज जी ने सन्यास यात्रा शुरू करने से पहले,अपना सन्यास जीवन के नियम अनुसार अपना पिंडदान कर सन्यास महासागर में प्रवेश किया। वे वन वन भ्रमण करते हुए, गुरुदेव श्री , सापला धाम हरियाणा पहुंचे। जहां पहुंच कर गुरुदेव महाराज जी ने ,परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर कालिदास कृष्णानंद परमहंस जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त कर, दत्तक पुत्र की उपाधि प्राप्त की। ओर गुरु आज्ञा से मां कामख्या शक्तिपीठ धाम पहुंचे, ओर कई वर्षो देवी की आराधना कर , सिद्ध पुरुषत्व को प्राप्त किया।
वहीं से गुरुदेव महाराज जी ने पुन: अपने परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर कालिदास कृष्णानंद परमहंस जी से आज्ञा अनुसार मध्यप्रदेश की पावन धरा पर मंदसौर, रतलाम, इंदौर , कई जिलों में सनातन धर्म का झंडा लहराया।
गुरुदेव महाराज जी ने मंदसौर जिले के प्रसिद्ध मां दुधाखेड़ी धाम पर सवा लाख दीप प्रज्वलन सहित देश-विदेश के विभिन्न संत महंतों का धर्म सम्मेलन करवाया जिसमें गुजरात के पूर्व पुलिस महानिदेशक डीजे बंजारा ,भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद, विधायक, शंकराचार्य पीठ के पीठाधीश्वर एवं परम पूजनीय गुरुदेव श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर कालिदास कृष्णानंद परमहंस जी गुरुदेव सहित बड़े-बड़े विद्वान विभूति संत महंतों सहित लाखों की तादात में सनातनियों ने भाग लेकर इस धर्म सम्मेलन को सफल बनाया।
गुरुदेव महाराज जी ने मंदसौर जिले के गांधी सागर होकर गुजर रही महानदी चंबल को गंगा के समान दर्जा प्राप्त कराने में भी प्रथम भूमिका निभाई है। मंदसौर जिले के सीतामऊ बसई में चंबल नदी को भव्यता के साथ आदर सत्कार कर चुनर यात्रा निकाली गई। जिसमें रामायण के मुख्य पात्र राम के किरदार को पूरा करने वाले कलाकार श्री अरुण गोविल जी सहित भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय स्थानीय सांसद विधायक आदि ने भी शिरकत की।
मध्य प्रदेश की स्वच्छतम नगरी इंदौर शहर में गुरुदेव महाराज जी ने पित्र पर्वत पर 1600000 दीप प्रज्वलित कर क्षेत्र में सनातन धर्म का बिगुल बजाया। क्षेत्र के लाखों जन एवं जनप्रतिनिधि साधु संत, महंत, राजनेता इत्यादि महाराज श्री के धर्म परायण मार्ग का अनुसरण करते हुए इन कार्यक्रमों के साक्षी बने हैं।
कोरॉना काल की महा त्रासदी के दौरान गुरुदेव महाराज जी ने गुरु आज्ञा से प्रण लेकर रतलाम जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर कालूखेड़ा, मुंडलाराम की पहाड़ी, सेमलिया गांव में स्थित स्वयं भू देवी मां अन्नपूर्णा कामाख्या की आराधना शुरू कर अखंड महायज्ञ प्रारंभ किया। यह महायज्ञ विगत 2 वर्षों से निरंतर सुचारू है।
यहां वर्ष भर विभिन्न धार्मिक आयोजन, जैसे तुलसी विवाह चैत्र नवरात्र एवं कार्तिक नवरात्र, राम जन्मोत्सव, हनुमान जयंती, हिंदू नव वर्ष, विभिन्न महापुरुषों की जयंतियां पड़ी हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। विगत 2 वर्षों से यहां निरंतर भंडारे का आयोजन हो रहा है जिसमें हजारों लोग यहां भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं।
इस पहाड़ी पर गुरुदेव महाराज जी द्वारा धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश-विदेश के कई संत महंतों ने अपनी भूमिका दर्ज़ की। इस दौरान रामायण के मुख्य पात्र श्री राम का किरदार अदा करने वाले कलाकार श्री अरुण गोविल जी , सपत्नी मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे। विगत दूसरे वर्ष नवरात्र में टेलीविजन के प्रसिद्ध धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा के मुख्य कलाकार जेठालाल मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।
इसके अतिरिक्त लाखों श्रद्धालु बन जहां अपनी आस्था लेकर मां अन्नपूर्णा कामाख्या के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। गुरुदेव महाराज जी सनातन धर्म के प्रति समर्पित होकर संपूर्ण राष्ट्र एवं विश्व कल्याण के लिए एक ही आसन पर 2 वर्षों से लगातार अखंड महायज्ञ में शांति सुख संपदा इत्यादि के लिए कल्याणकारी मार्ग सुलभ कर रहे हैं।
जय मां अन्नपूर्णा कामाख्या 🙏🙏